देखने वालो मेरे दिल में झांक कर देख लो ,
कौन हूँ मैं .
खुद समझ नहीं पा रहा,क्या हूँ ,क्या बनूँगा ,
इसीलिए मौन हूँ मैं .
बाहर से क्या लगता हूँ ,अन्दर से क्या हूँ ,
जान लो तुम .
दिल से दिल का रिश्ता जोड़ने से पहले ,
अच्छी तरह पहचान लो तुम .
कहीं धोखे में न आ जाना बागड़ी समझकर ,
पड़ोसियों की नज़रों में डोन हूँ मैं .
देखने वालो मेरे दिल में झांक कर देख लो ,
कौन हूँ मैं .
कोई समझता है पंछी मुझको और चाहता है ,
खरीदकर पिंजरे में कैद कर लूं .
कोई देखता है नौकरी को और कहता है ,
बिन देखे पसंद कर लूं .
कोई चाहता है इतना कि खुद को भूल जाता है ,
कौन हूँ मैं .
देखने वालों मेरे दिल में झांक कर देख लो ,
कौन हूँ मैं .
मेरे चाहने वालों कि फरियाद पूरी
कर दे भगवान.
प्यार करने वालों का हो ही जाता है मिलन ,
जानते है इसको सब इंसान .
इंसानों की बस्ती में रहने वाला बताओ ना,
कौन हूँ मैं.
खुद समझ नहीं पा रहा,क्या हूँ ,क्या बनूँगा ,
इसीलिए मौन हूँ मैं .
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