Saturday 10 September 2011

156. हिम्मत न हार बन्दे,हिम्मत न हार


हार जा चाहे दौलत सारे जहाँ की,
हिम्मत न हार बन्दे,हिम्मत न हार.


दुश्मन जमाना चाहे सारा हो तेरा,
हिम्मत न हार बन्दे,हिम्मत न हार.


रास्ते में चाहे तेरे खड़ा हो पहाड़,
पंजे से अपने तू उसको दे उखाड़.


बोल दे दिल खोल के ये बोल- 
"हमसे जो टकराएगा सीधा ऊपर जायेगा" 


नर हो या नार.
हिम्मत ना बन्दे,हिम्मत ना हार.


तू जो पत्थर से टकराएगा ,
तो ही लोहा बन पायेगा.


मुसीबतों से ना घबराएगा,
तो ही साहसी कहलायेगा.


समुन्द्रों को कर दे तैर के तू पार,
हिम्मत ना हार बन्दे,हिम्मत ना हार.


जिन्दगी का कोई एक लक्ष्य बना ले,
कर मेहनत और जो चाहे तू पा ले.


समय एक पल का भी ना कर तू बेकार,
हिम्मत ना हार बन्दे,हिम्मत ना हार.


कमजोर करती हैं तेरे साहस को जो,
उन किताबों को तू जला दे.


जमाना तेरे पीछे-पीछे चले,
प्यार की ऐसी लहर चला दे.


हर किसी से कर तू प्यार,
हिम्मत ना हार बन्दे,हिम्मत ना हार.


कठिन से कठिन डगर कर तू पार,
हिम्मत ना हार बन्दे,हिम्मत ना हार.







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