Saturday 10 September 2011

168. नज़रों से दूर चली जयोगी एक दिन.


दिल में जगह बनाकर ,
नज़रों से दूर चली जयोगी एक दिन.


जब अपना कोई रूठेगा मुझसे,
याद आकर बड़ा रुलाओगी एक दिन.


जिन्दगी-भर के लिए मेरी ना हो सकी ,
जुबां से ना सही,दिल से मेरी कहलाओगी एक दिन.


पल में चाहे प्यार का व्यापार ,
जिसे चाहो दिल के अन्दर ,बाहर कर लो.


जब किसी और को चाहोगी,
प्यार के इस पल को भूल जाओगी एक दिन.


जवानी के सोलहवें साल में बांहों में लेकर अपनी,
जब किसी को नहलाओगी एक दिन.


याद आएगा तब प्यार वो मेरा,
सावन की बारिस में जब भीग जाओगी एक दिन.


दिल दिया है जिसको आज ,क्या ये देह भी ,
उसे ही सौंप जाओगी एक दिन.


जब तेरी तन्हाई से मर जाऊँगा,कब्र पे मेरी,
आँसूं बहाने ,तुम भी आओगी एक दिन.


आंसूओं में बह जाएगी याद मेरी,
जब गीत प्यार के औरों संग गुनगुनाओगी एक दिन.


दिल में जगह बनाकर ,
नज़रों से दूर चली जाओगी एक दिन.


जब अपना कोई रूठेगा मुझसे,
याद आकर बड़ा रुलाओगी एक दिन....




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