क्या बताएं अब हम आपको,
कितना चाहने लगे हैं.
एक-एक लम्हा जो जुड़ा हो आपसे,
दिल में बसाने लगे हैं.
एक आप हैं जो दिनों-दिन,
दूर जाने लगे हैं.
क्या खता हो गई हमसे,
जो दोस्त कह के भुलाने लगे हैं.
नज़र-भर देखने मात्र से,
स्वर्ग-सा सुख पाने लगे हैं.
क्या बताएं अब हम आपको,
कितना चाहने लगे हैं.
मैं कुछ कहता हूँ ,
आप कुछ अर्थ लगाने लगे हैं.
प्यार से मुस्कराकर ,
नज़र क्यों चुराने लगे हैं.
अपना समझकर आपको ,
दर्द-ए-दिल बताने लगे हैं.
क्या बताएं अब हम आपको ,
कितना चाहने लगे हैं.
आपकी दोस्ती को हम ,
जिन्दगी-भर भूल नहीं पायेंगे.
चाहे कितनी बड़ी दुःख की घड़ी आये ,
आपको याद करके ख़ुशी से फूल जायेंगे.
जब से आपको देखा है ,
गीत प्यार के गाने लगे हैं,
क्या बताएं अब हम आपको ,
कितना चाहने लगे हैं...
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