मेरे पाछे क्यों पड़ रहा छोरे ,
तेरे कौन सी स बीमारी।
आंदी - जांदी न करै ईशारे ,
तेरे जी में के स आरी।।
तेरी मटकती चाल देख के ,
मेरी बांई आँख फड़के स।
जवाना की जान निकलगी ,
बूंढा का भी दिल धड़के स।
मेरी चाल पर क्यों नज़र गाड़ रहा ,
देख ले ढूंगे पर पड़ी कटारी।
इन चक्करा में मारा ज्यागा ,
बात पड़ ज्यागी भारी।
तेरी मोटी - मोटी आँख्यां ने ,
मेरे दिल पर जादू मार दिया।
मेरी साँस अटकगी तेरे में ,
तेरी मुस्कान ने इतना प्यार दिया।
नज़रां का तीर चलाना छोड़ दे ,
या आच्छी बात ना स थारी।
जो भी छोरी जवान दिख जा ,
थाम न लागै वा हे प्यारी।
फागण का मस्त महीना ,
आगी इब होली र।
तेरी गाल्यां प रंग लगाउँगा ,
ठाडी भर क कोली र।
पढ़ -लिख के कुछ बन ज्या जाल्ला ,
रह के ब्रह्मचारी।
क्यों जिन्दगी न खोव स ,
गेल छोड़ दे म्हारी।
तेरे बिना ना जी लागे ,
तू बन ज्या मेरी प्यारी।
चांदवास आले छोरे तै ,
तू कर ले न इब यारी।।