Saturday 10 September 2011

191. तूने दी है तन्हाई तो


तूने दी है तन्हाई तो ,
तन्हा ही जी के दिखायेंगे .


तुने दिल से जो दूर किया है,
अब किसी से दिल ना लायेंगे.


तेरे संग बीता पल जो ख़ुशी का ,
दिल में उसको बसाया है.


तू  ही बसी  है दिल में  मेरे,
तुझसे ही दिल बसाया है.


यादों को तेरी भूला के ,
बोलो कैसे हम जी पाएंगे.


तूने दी है तन्हाई तो,
तन्हा ही जी के दिखायेंगे .


कहता है हमको क्या-क्या जमाना,
सच-सच बताना ,कुछ ना छिपाना.


कब तक करोगे मना तुम सगाई से,
काम ना चलेगा सदा बीर परे से.


राज-ए-दिल का हम ,
मरते दम तक छुपायेंगे.


तूने दी है तन्हाई तो,
तन्हा ही जी के दिखायेंगे.


लोगों के ताने सहते रहेंगे,
लोग कब तक हमें कहते रहेंगें.


जब जवानी ढल जाएँगी,
बात सब के दिलों से निकल जाएगी.


फिर बाकि की जन्दगी भी,
ऐसे ही बिताएंगे.


तूने दी है तन्हाई तो,a
तन्हा ही जी के दिखायेंगे.

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