Sunday 4 September 2011

121. हम बच्चे हिंदुस्तान के


हम बच्चे हिंदुस्तान के,
हम बच्चे हिंदुस्तान के.


दुश्मन हैं हम बेईमान के,
हम बच्चे हिंदुस्तान के.


कामचोरों को दूर भगाना है,
जो रहते हैं अपने देश में.


आतंकियों को मार गिराना है,
जो रहते हैं अनेकों भेष में.


देश के लिए मर-मिट जायेंगे,
पक्के हैं अपनी आन के.


हम बच्चे हिंदुस्तान के,
हम बच्चे हिंदुस्तान के.


हम वीर-नौजवान हैं,
दुश्मन को धूल चटा देंगे.


जो खिलाफ है हमारी शान के,
उस भ्रष्टाचार को मिटा देंगे.


राष्ट्र का नाम चमकाएंगे,
हम सच्चे हैं ईमान के.


हम बच्चे हैं हिंदुस्तान के,
हम बच्चे हैं हिंदुस्तान के.


दूध की बहेंगी नदियाँ यहाँ पर,
हरे-भरे खेत लहरायेंगे.


मानव की करके सच्ची सेवा,
मानव धर्म फैलायेंगे.


हम चाहते हैं शांति हो जहां में,
हम सच्चे सखा इंसान के.


हम बच्चे हिंदुस्तान के,
हम बच्चे हिंदुस्तान के.




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