Thursday, 1 September 2011

51. कब होगा इंतजार पूरा


कब होगा इंतजार पूरा तेरे आने का ,
तेरी जुदाई मुझे रुला ना दे .


देखकर तन्हा मुझ मासूम को,
जाम आँखों से कोई पिला ना दे .


तन्हाई में सहारा पाने के लिए ,
मैं किसी और का ना हो जाऊं.


लाख ढूँढने पर भी ना मिल सकूं ,
कहीं इतनी दूर ना खो जाऊं.


इससे पहले कि तू आकर पास,
मेरे दर्द-ए- दिल को सहला न दे .


कब होगा इंतजार पूरा तेरे आने का ,
तेरी जुदाई मुझे रुला ना दे.


प्यार करना ना किसी से ऐसा ,
जो जिन्दगी-भर के लिए रुलाये.


वादा ना करना किसी से ऐसा कभी,
जिसको मरकर भी निभा ना पाए .


आकर कोई नशीली आँखों वाली ,
बांहों में अपनी सुला ना ले .


कब होगा इंतजार पूरा तेरे आने का ,
तेरी जुदाई मुझे रुला  ना दे .


थोडा-सा भी प्यार है मेरे लिए दिल में ,
आ जाओ अभी मेरी बांहों में .


फिर ना कहना कभी ,
खड़े थे हम कब से तेरी राहों में .


इतनी दूर भी क्या रहना ,
अपने हमें दिल से भूला ना दे .


कब होगा इंतजार पूरा तेरे आने का ,
तेरी जुदाई हमें रुला ना दे ...


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