Thursday, 1 September 2011

47. तुझे इस कदर


तुझे इस कदर प्यार करता हूँ .
हर शख्स में तेरा चेहरा नज़र आता है .


तुझे रूठना लगता होगा अच्छा ,
मुझे मनाने में मज़ा आता है .


कैसे होगी दूर मेरी तन्हाई ,
पास जब तक तू नहीं आएगी .


मेरे दिल को चैन नहीं आएगा ,
जब तक तू नहीं मुस्कराएगी .


तेरी याद जब आती है ,
भूख होने पर भी एक ग्रास नहीं भाता है ,


इस कदर प्यार करता हूँ ,
हर शख्स में तेरा चेहरा नज़र आता है.


तेरी चाहत चाहे ख़त्म हो जाये ,
मैं तो मरते दम तक चाहता रहूँगा .


तू मुझे देखकर चाहे उदास हो जाना,
मैं तुझे देखकर मुस्कराता रहूँगा.


जब भी देखता हूँ दो प्यार करने वालों को ,
तेरा साथ गुजरा हर लम्हा याद आता है .


तुझे इस कदर प्यार करता हूँ ,
हर शख्स में तेरा चेहरा नज़र आता है .


भूल जाना चाहे सारी दुनिया को ,
मगर मुझे मरते दम तक याद करेगी .


हर जन्म में तेरा प्यार मिले .
खुदा से यही फ़रियाद करोगी .


तेरी तू जाने क्या चाहती है 
मुझे भी तो तेरा ही चेहरा भाता है .


तुझे इस कदर प्यार करता हूँ ,
हर शख्स में तेरा चेहरा नज़र आता है ........



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