Friday 19 August 2011

8. मैं तेरा दीवाना


तुने आज मुझे ठीक पहचाना ,
वर्षों से हूँ मैं तेरा दीवाना .
दूर -दूर रह चुके हैं कितने दिनों तक ,
अब फिर से न भूल जाना .
वर्षों से प्यार का दुश्मन ,
रहता आया है जमाना .
ज़माने से लड़कर ,
किसी से भी न डरकर ,
तुम्हे पड़ेगा मुझे अपनाना .
तुने आज मुझे ठीक पहचाना,
वर्षों से हूँ मैं तेरा दीवाना.
कितने दिनों तक तुने ,
पल-पल मुझे तडफाया है .
तेरे पास रहकर भी बात न होने से,
मेरे दिल में चैन नहीं आया है .
अब न जाने क्यों ,
तुने मुझे अपना माना.
वर्षों से हूँ मैं  तेरा दीवाना.
तुझे मालूम हुआ है अब ,
कि प्यार क्या होता है ,
मुझ से दूर रहकर ,
तेरा दिल भी रोता है .
अब मुझ से कभी दूर न जाना ,
वर्षों से हूँ  मैं तेरा दीवाना ......

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