बरसात का ये आलम है ,दूर मेरा बालम है .
ऐसे में अकेले रहना मुश्किल लगता है .
दिल बेचैन है ,मेरे भर आये नैन हैं ,
तुम तो जानते हो,ऐसे में मेरा दिल क्या कहता है .
जब से आपने मुझे अपना बनाया है ,
तब से मैंने सिर्फ आपको चाहा है .
अब तुम बिन ये चेहरा भी नहीं सजता है ,
ऐसे में अकेले रहना मुश्किल लगता है .
अब तक लौट कर नहीं आये ,गुजर गए कितने साल ,
तुम क्या जानो ,पीछे से हुआ है क्या मेरा हाल .
अब एक पल भी तेरे बिन नहीं कटता है ,
ऐसे में अकेले रहना मुश्किल लगता है .
तुम तो जानते ही हो तन्हाई के आलम में
ये दिल क्या कहता है ,
ऐसे में अकेले रहना मुश्किल लगता है .
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