आज रात ऐसी बरसात आई ,
कि दिल उससे मिलने को बेकरार हो गया .
कुछ इस तरह से किया इंतजार उसका ,
कि इंतजार करते- करते सो गया .
वो कितनी हसीं रात थी ,
जब हम पहली बार मिले थे .
आसमान में तारे हंस रहे थे ,
जमीं पर हमारे दिल खिले थे .
याद आई नहीं उसकी,
कि यादों में खो गया .
आज रात ऐसी बरसात आई ,
कि दिल उससे मिलने को बेक़रार हो गया .
आज भी प्यार हमारा उतना ही गहरा है ,
ये अलग बात है कि हमारे प्यार पे पहरा है .
जिन्दगी भर सलामत रहेगा ,
प्यार हमारा .
लोगों कि नज़रों में चाहे
कभी का ख़त्म हो गया .
आज रात ऐसी बरसात आई ,
कि दिल उससे मिलने को बेक़रार हो गया ....
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