धोखेबाज़ लुगाई तै,
ना यारी करिए माणस,
चून तेरा या काढ लेगी ,
बना कै रख देगी छानस .
भाई-भाईयाँ कै बीच म ,
दुश्मनी का बीज बो देगी ,
मनसां म बैठन जोगा नहीं छोड़ेगी ,
या तीन जहान त खो देगी .
कितना भी चाहे या हेज़ दिखाव ,
इसनै ना कभी अपणा कहिये माणस .
धोखेबाज़ लुगाई त ,
ना यारी करिए माणस .
चून तेरा काढ लेगी ,
बना कै रख देगी छानस .
भला किसी का कदे नहीं चाहा ,
ना भलाई का कोई काम करा स .
जड़े भी मौका मिला ,खूटे ठोके ,
भले त भला माणस बदनाम करा स .
कितनी भी दे या मिट्ठी गोली ,
कदे इसके बहकावे म ना आइये माणस ,
धोखेबाज़ लुगाई त ,
ना यारी करिए माणस .
चून तेरा या काढ लेगी ,
बना कै रख देगी छानस .
बिगरोड़ी का बेरा ना ,
कितना न और बिगाड्गी.
कितने घर बर्बाद किये ,
कितना न और उजाडगी,
जीना चाहे त बच के रहिये ,
जड़कर भी ना जाइए .
मिट्ठी बोलन आली क ,
ना चक्कर में पड़िये माणस ,
धोखेबाज़ लुगाई त,
ना यारी करिए माणस ,
चून तेरा या काढ लेगी,
बना क रख देगी छानस .
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