Saturday 20 August 2011

33. कुछ यार


कुछ यार यारों के लिए बहुत खास होते हैं,
कुछ कोई खास अहमियत नहीं रखते ,
यारों की कमी में टाइम पास होते हैं.


कुछ करते हैं  दोस्ती हमसे  ,
खिलौना समझकर दिल बहलाने के लिए .


जब देते हैं धोखा उनको अपने ,
आते हैं पास हमारे टूटा दिल सहलाने के लिए .


हम जानते हैं ,वो आये हैं पास हमारे, 
अपना टाइम पास करने के लिए .


हम भी कभी नहीं कहते उनको ,
हमारी खातिर मरने के लिए .


हम जानते हैं कि वो हमारी बात को 
एक कान से सुनकर दूसरे से निकल देते हैं .


लेकिन हमारी आदत तो देखिये ,
हम उनसे भी दोस्ती का वहम पाल लेते हैं.


क्योंकि हमारा भी तो टाइम पास हो जाता है ,
जब वो हमारे पास होते हैं .


कुछ यार यारों के लिए बहुत खास होते हैं ,
कुछ कोई  खास अहमियत नहीं रखते ,
यारों की कमी में टाइम पास होते हैं ..

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