Saturday 20 August 2011

30.कभी ना कभी


कभी ना कभी ,कहीं ना कहीं ,किसी ना किसी को ,
हम भी अच्छे लगे होंगे. 

कोई कहे ना कहे झूठ को सहे ना सहे ,
किसी को तो सच्चे लगे होंगे .

किसी ने हमारी बातों को मान लिया है ,
किसी ने हमारे  दिल को पहचान लिया है  .

किसी को तो हम बच्चे लगे होंगे .
कभी ना कभी ,कही ना कहीं ,किसी  ना किसी को ,
हम भी अच्छे लगे होंगे .

कोई हमें अब भी बच्चा कहता है ,
कोई अक्ल का कच्चा कहता है .

किसी  ने हमारे दुःख -दर्द भी सहे होंगे .
कभी ना कभी ,कही ना कही ,किसी ना किसी को ,
हम भी अच्छे लगे होंगे .

कोई हमें गुंडों का सरदार कहता है ,
कोई मन में कुछ कहे ,बाहर से चुप रहता है .

कहने वालों में कुछ पराये ,
कुछ अपने सगे रहे होंगे .

कभी ना कभी,कही ना कही ,किसी ना किसी को ,
हम भी अच्छे लगे होंगे...


No comments:

Post a Comment