कभी ना कभी ,कहीं ना कहीं ,किसी ना किसी को ,
हम भी अच्छे लगे होंगे.
कोई कहे ना कहे झूठ को सहे ना सहे ,
किसी को तो सच्चे लगे होंगे .
किसी ने हमारी बातों को मान लिया है ,
किसी ने हमारे दिल को पहचान लिया है .
किसी को तो हम बच्चे लगे होंगे .
कभी ना कभी ,कही ना कहीं ,किसी ना किसी को ,
हम भी अच्छे लगे होंगे .
कोई हमें अब भी बच्चा कहता है ,
कोई अक्ल का कच्चा कहता है .
किसी ने हमारे दुःख -दर्द भी सहे होंगे .
कभी ना कभी ,कही ना कही ,किसी ना किसी को ,
हम भी अच्छे लगे होंगे .
कोई हमें गुंडों का सरदार कहता है ,
कोई मन में कुछ कहे ,बाहर से चुप रहता है .
कहने वालों में कुछ पराये ,
कुछ अपने सगे रहे होंगे .
कभी ना कभी,कही ना कही ,किसी ना किसी को ,
हम भी अच्छे लगे होंगे...
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