तेरे कारण हुए हैं तन्हा जब से,
खुशियों में जीना छोड़ दिया .
होठों से लगा लिया बोतल को ,
पेग से पीना छोड़ दिया .
कितनी मुश्किल से हम मिले थे ,
तुने दिल को खिलौना समझकर तोड़ दिया ,
अब जाके दिल में खुशियों के फूल खिले थे ,
कितनी आसानी से तुने साथ छोड़ दिया .
तेरे कारण हुए हैं तन्हा जब से ,
खुशियों में जीना छोड़ दिया ,
होठों से लगा लिया बोतल को ,
पेग से पीना छोड़ दिया .
क्या इतने दिन का ही था साथ हमारा ,
जो तुने अभी से मुंह मोड़ लिया .
गम का तोहफा थमा दिया हमें ,
खुशियों का गुलदस्ता फोड़ दिया .
तेरे कारण हुए हैं तन्हा जब से,
खुशियों में जीना छोड़ दिया .
होठों से लगा लिया बोतल को ,
पेग से पीना छोड़ दिया .
अब कभी नहीं तुझे याद करेंगे ,
खुदा से बस यही फरियाद करेंगे .
तुझ से पहले न कभी किसी से ,
दिल्लगी की थी ,
न ये काम तेरे बाद करेंगे .
होठों से लगा लिया बोतल को ,
पेग से पीना छोड़ दिया .
तेरे कारण हुए हैं तन्हा जब से ,
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