Sunday 21 August 2011

38. ढेर सारा प्यार दिया

              जिससे मैंने प्यार किया ,
कल रात उसने मिलने को बेक़रार किया .


वादा भूलकर सो गई चैन से ,
मैंने रात-भर बैठकर इंतजार किया .


इंतजार का बांध तोड़कर ,
खुद जाकर उसको जगाना चाहा .


दरवाजे तक गया बड़ी हिम्मत से ,
लेकिन उसके पास न जा पाया .


उसे बुलाने कि खातिर ,
एक कंकर से उस पर वार किया .


जिससे मैंने प्यार किया ,
कल रात उसने मिलने को बेक़रार किया .


वादा भूलकर सो गई चैन से ,
मैंने रात-भर बैठकर इंतजार किया .


कंकर लगा भी नहीं ,
मगर इत्तेफाक से वह  सपने से जाग गई .


याद आई जब मुझसे मिलने की ,
नींद उसकी दूर भाग गई .


वह दौड़ कर आई ,घर अपना छोड़कर आई .
और मुझे ढेर सारा प्यार दिया .


जिससे मैंने प्यार किया ,
कल रात उसने मिलने को बेक़रार किया .


वादा भूलकर सो गई चैन से ,
मैंने रात-भर इंतजार किया ...


No comments:

Post a Comment