जिससे मैंने प्यार किया ,
कल रात उसने मिलने को बेक़रार किया .
वादा भूलकर सो गई चैन से ,
मैंने रात-भर बैठकर इंतजार किया .
इंतजार का बांध तोड़कर ,
खुद जाकर उसको जगाना चाहा .
दरवाजे तक गया बड़ी हिम्मत से ,
लेकिन उसके पास न जा पाया .
उसे बुलाने कि खातिर ,
एक कंकर से उस पर वार किया .
जिससे मैंने प्यार किया ,
कल रात उसने मिलने को बेक़रार किया .
वादा भूलकर सो गई चैन से ,
मैंने रात-भर बैठकर इंतजार किया .
कंकर लगा भी नहीं ,
मगर इत्तेफाक से वह सपने से जाग गई .
याद आई जब मुझसे मिलने की ,
नींद उसकी दूर भाग गई .
वह दौड़ कर आई ,घर अपना छोड़कर आई .
और मुझे ढेर सारा प्यार दिया .
जिससे मैंने प्यार किया ,
कल रात उसने मिलने को बेक़रार किया .
वादा भूलकर सो गई चैन से ,
मैंने रात-भर इंतजार किया ...
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