Saturday 20 August 2011

32.तुझसे धोखा खाने के बाद


हरपल बहने लगे हैं आँसूं इन आँखों से ,
तुझसे धोखा खाने के बाद .


तू भी रोएगी एक दिन जी भर के ,
तेरी दुनिया से दूर मेरे जाने के बाद .


मैं तो कहीं बहार जाकर ,
अपना अलग घर बसा लूँगा .


इस टूटे दिल को फिर से ,
किसी हमदर्द से लगा लूँगा .


पर तेरा तो यही घर रहेगा ,
तुझे ये भी दर रहेगा .


किस पर करें विश्वास दुनिया में,
तेरे घर से मेरे जाने के बाद .


हरपल बहने लगे हैं आँसूं इन आँखों से ,
तुझसे धोखा खाने के बाद .


कितनी भी कौशिश कर के देख लेना ,
मेरे जैसा यार नहीं मिलेगा .


तुझको तेरे जैसे धोखा देने वाले ,
लाखों मिल जायेंगे .
मगर दुनिया घूम के देख लेना ,
मुझ सा प्यार नहीं मिलेगा .


मेरा प्यार याद आएगा ,
खुद धोखा खाने के बाद .


तू भी रोएगी एक दिन ,
तेरे दिल से मेरे निकल जाने के बाद .


हरपल बहने लगे हैं आँसूं इन आँखों से ,
तुझ से धोखा खाने के बाद...



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