Saturday 20 August 2011

22.मगर तन्हा कर दिया

      तुम प्यार तो  दे ना सकी ,मगर तन्हा कर दिया .
खुशियाँ छीन ली मेरी जिन्दगी -भर की .
इस दिल में गम ही गम भर दिया .


कभी सुनते थे गीत प्यार भरे,
 प्यार भरे शेर लिखते थे .


कितनी ख़ुशी देते थे सबको ,
खुद भी कितना खुश दिखते थे .


तेरे प्यार में धोखा खाकर ,
गम भरे गानों से प्यार कर लिया .
तुम प्यार तो दे ना सकी, मगर तन्हा कर दिया .


उन प्यार भरे दिनों  की याद को  ,
ये गीत ताज़ा कर देते हैं .


लेकिन फिर याद आती है तेरी बेवफाई ,
और दिल में बदले की आग भर लेते हैं .


मेरे सच्चे प्यार ने  जा तुझे माफ़ कर दिया ,
             तुम प्यार तो दे ना सकी, मगर तन्हा कर दिया ..
                                     


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