तुने दिया है जो धोखा ,
सोचने का मिला है एक मौका .
जिन्दगी में कभी किसी का
न इस तरह ऐतबार करेंगे .
तुने जिन्दगी में दर्द कभी ना कम दिया है ,
प्यार में लपेट लपेट कर गम दिया है .
मुंह इतना कड़वा हो गया है ,
अब किसी से ना इस तरह प्यार करेंगे .
मैं तेरे प्यार में गंगा की तरह ,
तेरी तरफ बहता ही गया .
तुने हर बार विश्वासघात किया ,
फिर भी तुझे अपना कहता ही गया .
मैंने अपने आप को तेरी तरफ
बढ़ने से कभी ना रोका .
तुने दिया है जो धोखा ,
सोचने का मिला है एक मौका .
कभी किसी से ना अँधा प्यार करेंगे ,
जिन्दगी में कभी किसी का ,
ना इस तरह ऐतबार करेंगे .
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