यूं ना हँस के देखा करो तुम सबको ,
लोग इसको तेरी अदा समझ लेंगे .
यूं ना गर्दन को झुकाया करो तुम ,
लोग इसको तेरी रजा समझ लेंगे .
यूं ना गले लगाया करो तुम सबको ,
लोग इसको तेरी वफ़ा समझ लेंगे .
यूं ना घर में बुलाया करो तुम सबको ,
लोग इसको वैसी जगह समझ लेंगे .
यूं ना मुस्कराया करो तुम सबसे ,
लोग कुछ और ही वजह समझ लेंगे .
यूं ना दिल बहलाया करो तुम सबका ,
लोग तुमको उनपर फ़िदा समझ लेंगे.
यूं ना जुल्फों को लहराया करो खोल के ,
लोग इनको काली घटा समझ लेंगे .
यूं ना घूंघट उठाया करो तुम मुखड़े से ,
लोग इसको चाँद का टुकड़ा समझ लेंगे .
यूं ना बातें बनाया करो तुम हरपल,
लोग इसको कोई लफड़ा समझ लेंगे .
यूं ना अंगड़ाई तोडा करो तुम सबके आगे ,
लोग तेरे बदन को बाँहों में जकड लेंगे .
यूं ना कमर को लचकाया करो गलियों में ,
कहीं गिर ना जाओ ये समझ कर पकड़ लेंगे
यूं ना खिड़की से झाँका करो हरदम ,
लोग अपने घरों को तुडवा लेंगे.
तेरी अदाओ पे मरने को हर रोज ,
तेरे घर के सामने खिड़की लगवा लेंगे .
लोग इसको तेरी अदा समझ लेंगे .
यूं ना गर्दन को झुकाया करो तुम ,
लोग इसको तेरी रजा समझ लेंगे .
यूं ना गले लगाया करो तुम सबको ,
लोग इसको तेरी वफ़ा समझ लेंगे .
यूं ना घर में बुलाया करो तुम सबको ,
लोग इसको वैसी जगह समझ लेंगे .
यूं ना मुस्कराया करो तुम सबसे ,
लोग कुछ और ही वजह समझ लेंगे .
यूं ना दिल बहलाया करो तुम सबका ,
लोग तुमको उनपर फ़िदा समझ लेंगे.
यूं ना जुल्फों को लहराया करो खोल के ,
लोग इनको काली घटा समझ लेंगे .
यूं ना घूंघट उठाया करो तुम मुखड़े से ,
लोग इसको चाँद का टुकड़ा समझ लेंगे .
यूं ना बातें बनाया करो तुम हरपल,
लोग इसको कोई लफड़ा समझ लेंगे .
यूं ना अंगड़ाई तोडा करो तुम सबके आगे ,
लोग तेरे बदन को बाँहों में जकड लेंगे .
यूं ना कमर को लचकाया करो गलियों में ,
कहीं गिर ना जाओ ये समझ कर पकड़ लेंगे
यूं ना खिड़की से झाँका करो हरदम ,
लोग अपने घरों को तुडवा लेंगे.
तेरी अदाओ पे मरने को हर रोज ,
तेरे घर के सामने खिड़की लगवा लेंगे .
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