Monday 23 January 2012

206. मत करना बेवफाई हमसे भूलकर भी


मत करना बेवफाई हमसे भूलकर भी ,
वरना बेमौत मर जायेंगे .


हम लाख बदमाश ,आवारा  सही,
आपके पहलू में रहकर संवर जायेंगे .


सच पूछो तो कुछ भी नहीं है पास हमारे ,
एक टूटा हुआ दिल है इस पिंजर देह में ,
आपसे जुड़ सके तो जोड़ लेना ,
जीते जी आपके नाम कर जायेंगे .


कुछ भी नहीं दिया है ज़माने ने हमें ,
सिवा गम के ,
जीने का नहीं कोई सहारा ,
सिवा बीडी,सिगरेट ,रम के ,
ये भी छोड़ देंगे ,


जो सहारा आपका मिल जाये.
गम का मारा ये दिल ,


शायद आपका प्यार पाकर खिल जाये .
दुबारा रोशन हों महफ़िलें हमसे ,
साथ जो तेरा मिल जाये .


आपने जो संभाल  लिया ,
तो संभल जायेंगे .
मत करना बेवफाई हमसे भूलकर भी ,
वरना बेमौत मर जायेंगे .

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