Sunday 8 January 2012

199. क्यों न हम कोई ऐसा काम कर जाएँ



क्यों न हम कोई ऐसा काम कर जाएँ ,
लोगों का जीना हराम कर जाएँ ,

ये ठीक नहीं होगा भाइयो ,
फिर से कोशिश करते हैं .

क्यों न हम कोई ऐसा काम कर जाएँ ,
सारे  संसार को बदनाम कर जाएँ ,

ये लो फिर से गलत हो गया,
एक बार और कोशिश करते हैं.

क्यों न हम कोई ऐसा काम  कर जाएँ ,
कि जो भी मिलें  हमें सलाम कर जाएँ .

उठे जब अर्थी तो हर माँ ये पुकारे-
तेरा अगला जन्म मेरी कौख से हो ,

इसका मै वर्षों तक इंतज़ार करुँगी .
मरते दम तक तुझे प्यार करुँगी .

हर बहन कि यही आवाज़ हो ,
भैया तेरे जैसा सारा समाज हो .

बहन बेटियों कि इज्जत बचाने  वाले ,
तेरे सर पर हमेशा जीत का ताज हो .

हर बाप को अपने पर नाज़ हो ,
जो तुझ जैसे पुत्र से घर आबाद हो ,

हर गली -मोहल्ले से यही हुंकार हो ,
हम सबका तुझ जैसा यार हो .

अब बोलो कैसा रहा ,ठीक कहा ?
पीछे पड़ गई दुनिया जहाँ ,

तो फिर से दोहराएँ ,
सबको अपना बनायें .

क्यों न हम ऐसा काम कर जाएँ ,
सारी दुनिया में अपना नाम कर जाये.

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